टर्निंग पॉइंट कैसे आया

प्रेरणा बताती हैं कि मेरे पति ने विदेश में मास्टर्स पूरी करने का फैसला लिया। तब से हमेशा मैंने मेरे कंफर्ट के अनुसार बहुत कुछ गलत खाया। फिर मेरी 4 साल की बेटी को 2021 में ब्लड कैंसर होने का पता चला। उसे पीठ में दर्द रहता था, जिस कारण वह चल नहीं सकती थी। यहां तक की अस्पतमाल में वह मेरी गोद में बैठकर कीमोथैरपी लेती थी। जिस कारण मुझे एक ही स्थिति में लंबे वक्त तक बैठा रहना पड़ता था।
वह मुझे उठने तक जाने नहीं देती थी, इसलिए मैं पानी भी कम पी पाती थी। इन सबका असर मेरी सेहत पर पड़ने लगा और इसके इलाज के 4 महीने बाद मुझे अहसास हुआ कि इन सबका असर मेरे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। मेरा वजन बढ़कर 93 किलो हो गया था। तब से मैंने अपनी फिटनेस पर ध्यान देने का फैसला किया।
फिटनेस रूटीन

प्रेरणा के अनुसार निरंतरता वजन कम करने की कुंजी है। वजन रातों-रात नहीं घटता, इसके लिए प्रयास करने होते हैं। फिटनेस 1 महीने या सालभर की बात नहीं है। फिटनेस से मतलब अच्छी आदतें और स्वस्थ जीवनशैली को हमेशा बनाए रखना होता है।
वर्कआउट रिजाइम-

प्रेरणा कहती हैं कि मैंने फिट होने के लिए 6 दिन रेसिस्टेंस ट्रेनिंग और पुश पुल लेग किया। मैंने एक दिन में 15-20 स्टेप्स चलने का भी संकल्प पूरा किया।
खुद को प्रेरित कैसे करती हैं-

प्रेरणा कहती हैं कि शुरुआत में मुझे वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज करना काफी कठिन लगा, लेकिन मैं खुद से कहती रही , कि किसी दिन तो मेरे लिए चीजें आसान हो जाएंगी। निश्चित रूप से ऐसा हुआ भी।
लाइफस्टाइल में क्या बदलाव किए-

प्रेरणा बताती हैं कि मैं हर दिन सुबह 4:30 बजे जागती थी। वेटलॉस जर्नी के दौरान मैंने खूब पानी पीया। मैंने हर दिन 7 घंटे की नींद लेने और रात 9:30 बजे के बाद फोन नहीं देखने की आदत डाल ली थी। दिनभर एक्टिव रहती थी, फिर चाहे वह 2000 कदम चलने की बात हो या फिर 20 हजार कदम की। वह कहती हैं कि अनुशासन केवल बच्चों के लिए नहीं, बल्कि वयस्कों के रूप में भी हमें जीवन जीने के तरीके में अनुशासन को शामिल करना चाहिए।
ओवरवेट होने के कारण किन समस्याओं का सामना किया

वजन बढ़ने के कारण सामान्य रूप से आपका जीवन कठिन हो जाता है। थकान और चिड़चिड़ापन भी महसूस होता है। प्रेरणा कहती हैं कि ओवरवेट होने के कारण मैं अपनी बेटी को संभालने में सक्षम नहीं थी। उसके इलाज के दौरान मुझे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
खुद की वेटलॉस से क्या सीख मिली

प्रेरणा के मुताबिक वेटलॉस के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग बहुत जरूरी है। इसके कई गुना फायदे हैं। मैंने सीखा की जीवन में कुछ भी आसान नहीं होता। इसके लिए प्रयास और समय की जरूरत होती है। उनके अनुसार, दर्द को स्वीकार करना ही विकास की शुरूआत है। यह आपको मजबूत बनाता है।
अंग्रेजी में इस स्टोरी को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
डिस्क्लेमर : लेखक के लिए जो चीजें काम आईं जरूरी नहीं है कि आपके लिए भी काम करें। तो इस लेख में बताई गई डाइट-वर्कआउट को आंख मूंदकर फॉलो करने से बचें और पता करें कि आपके शरीर के लिए सबसे अच्छा क्या काम करता है।
यदि आपके पास भी ऐसी ही वेट लॉस से जुड़ी अपनी कहानी है, तो हमें [email protected] पर भेजें।