विश्वविद्यालय से हूडा सिटी सेंटर तक तो ट्रेनें सामान्य रूप से चल रहीं थीं, लेकिन विश्वविद्यालय से जहांगीरपुरी के बीच नियंत्रित स्पीड पर और एक ही तरफ से अप और डाउन, दोनों लाइनों की मेट्रो ट्रेनों को निकालना पड़ रहा था। जहांगीरपुरी से आगे समयपुर बादली तक दोनों लाइनों से ट्रेनें आ-जा रही थीं, लेकिन बीच के हिस्से में सिंगल लाइन ट्रेन ऑपरेशन के चलते ट्रेनों की बंचिंग हो रही थी। इसके चलते यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कुछ स्टेशनों पर तो यात्रियों को ट्रेनों के लिए 10 से 15 मिनट तक का इंतजार करना पड़ रहा था। इस दौरान ऑफ पीक टाइम के बावजूद ट्रेनों में भीड़ भी बढ़ गई। खासकर विश्वविद्यालय, जीटीबी नगर, आजादपुर, जहांगीरपुरी और रोहिणी सेक्टर 18-19 जैसे स्टेशनों पर दोपहर में भी काफी भीड़ हो गई। हालांकि, खराबी आते ही डीएमआरसी ने तुरंत सोशल मीडिया के जरिए भी और येलो लाइन की ट्रेनों के अंदर और स्टेशनों पर अनाउंसमेंट के जरिए भी यात्रियों को इस बारे में सूचना दे दी थी, ताकि उन्हें पता रहे कि किस वजह से ट्रेनें लेट हो रहीं हैं। दोपहर 2 बजे पूरे रूट पर मेट्रो सेवा सामान्य रूप से बहाल हो गई।
इस वजह से खराब हो रहा मेट्रो का ट्रैक रिकॉर्ड
- 6 जून: ब्लूलाइन पर यमुना बैंक से इंद्रप्रस्थ के बीच मेट्रो का ओएचई तार टूटा, शाम से लेकर देर रात तक परेशान हुए यात्री।
- 9 जून: ब्लूलाइन पर एक बार फिर यमुना बैंक से इंद्रप्रस्थ के बीच ओएचई का तार टूटने से 3 घंटे तक मेट्रो सेवा प्रभावित हुई।
- 9 जून: रेड लाइन पर रिठाला की तरफ जा रही एक ट्रेन केशवपुरम स्टेशन पर अटकी, शाम को पीक टाइम में यात्रियों को हुई दिक्कत।
- 11 जून: वॉयलेट लाइन पर खान मार्केट और केंद्रीय सचिवालय के बीच सिग्नल सिस्टम में आई खराबी, सवा दो घंटे परेशान हुए यात्री।
- 19 जून: माके के साथ पेंटोग्राफ से निकली चिंगारी। ब्लूलाइन पर द्वारका से वैशाली की तरफ जा रही एक ट्रेन मंडी हाउस पर अटकी।
- 21 जून: येलो लाइन पर आदर्श नगर स्टेशन के पास ओएचई में फॉल्ट होने के कारण मेट्रो सेवाओं पर पड़ा असर।