आईआईटी-कानपुर के शोधकर्ताओं ने बताया था कि देश में कोरोना की चौथी लहर 22 जून के आसपास शुरू हो सकती है और 24 अक्टूबर तक जारी रह सकती है। उन्होंने यह भी कहा था कि चौथी का आना कोरोना के नए वेरिएंट्स पर भी निर्भर करेगा। मौजूदा स्थिति में कोरोना के नए वेरिएंट्स ही नए मामलों के जिम्मेदार हैं। देश में पिछले एक हफ्ते में 90 हजार के करीब नए मामले देखने को मिले हैं। देश में फिलहाल 88,284 एक्टिव केस हैं और मरने वालों की संख्या 5,24,954 हो गई है।
कोरोना के इन वेरिएंट्स पर रखें नजर

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, ओमीक्रोन (Omicron) और उसके सब-वेरिएंट्स जैसे BA.2, BA.2.38, BA.4 और BA.5 मामले बढ़ने का कारण हो सकते हैं। देश में जीनोम सिक्वेंसिंग में पाया गया है कि 60% मामलों में BA.2 सब-वेरिएंट और 33% में BA.2.38 पाया गया। हालांकि BA.4 और BA.5 का प्रतिशत बहुत कम है।
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट्स के लक्षणों में बुखार, गले में खराश, नाक बहना, जोड़ों में दर्द, जठरांत्र संबंधी समस्याएं और त्वचा की कुछ समस्याएं शामिल हैं। जो लोग गंभीर बीमारी का अनुभव करते हैं, उनके लिए सांस की तकलीफ, सीने में दर्द और चक्कर आना कुछ ऐसे लक्षण हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए।
मास्क पहनना न छोड़ें

तीसरी लहर खत्म होते ही लोगों ने मास्क पहनना बंद कर दिया है। हाई क्वालिटी वाले मास्क पहनना अभी भी आवश्यक है, खासकर यदि आपको सर्दी जैसे लक्षण हैं या आप किसी ऐसे व्यक्ति की संगति में हैं जिसे कोई हल्की बीमारी है। ध्यान रहे कि इलाज से बेहतर रोकथाम है।
सतर्कता से बच सकती है जान

कोरोना को हल्के में लेने की कोशिश न करें। यह जरूरी है कि आप सबसे बुरे हालत आने का इंतजार न करें। बल्कि सतर्क रहें और पहले से तैयार रहें। स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा चेतावनी जारी करने से पहले ही आप कोरोना से जुड़े नियमों का पालन शुरू कर दें।
कोरोना की जांच के लिए टेस्टिंग किट रखें

इससे पहले कि एक और लहर का सामना करना पड़ जाए, आपको कोविड होम टेस्टिंग किट ऑर्डर कर लेनी चाहिए। चूंकि हल्के लक्षण भी कोरोना का संकेत दे सकते हैं, इसलिए वायरस का पता लगाने के लिए टेस्टिंग किट रखना अच्छा उपाय है।
भीड़ में जाने से बचें

कोरोना फिर से डरा रहा है। ऐसे में आपको भीड़ में जाने से बचना चाहिए। हाउस पार्टी, सभा और कार्यक्रम और गेट-टुगेदर जैसे प्लान से बचना चाहिए। कुछ मौज-मस्ती करने की इच्छा रखने में कोई बुराई नहीं है, इनडोर स्थानों में मिलने से बचें। वायरस एरोसोल बूंदों के कारण फैल सकता है, जिसका अर्थ है कि लोग इसे बात करते, गाते, छींकते या खांसते समय दूसरों को दे सकते हैं।
अपना बूस्टर शॉट जरूर लें

भारत में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए बूस्टर शॉट उपलब्ध कराए हुए काफी महीने हो गए हैं। इससे पहले कि स्थिति और ज्यादा बिगड़े आप अपना शॉट जरूर ले। यह आपको पर्याप्त मात्रा में प्रतिरक्षा प्रदान करता है।
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