इसके साथ ही बजाज फाइनेंस मार्केट कैप के हिसाब से देश की आठवीं सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। उसने देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी (LIC) को भी पीछे छोड़ दिया है। बजाज फाइनेंस ने बुधवार को अपना जून तिमाही का रिजल्ट जारी किया। इस दौरान कंपनी का प्रॉफिट 159 फीसदी बढ़कर 2,596 करोड़ रुपये पहुंच गया। पिछले साल समान तिमाही में यह 1002 करोड़ रुपये रहा था। जानकारों का कहना है कि कंपनी का शेयर 7,600 रुपये तक जा सकता है।
बजाज फिनसर्व भी पीछे नहीं
इसके अलावा, बजाज फिनसर्व (Bajaj Finserv) का शेयर भी बीएसई में 10.14 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 14,652.30 रुपये पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 11.08 प्रतिशत तक चढ़ गया था। एनएसई में भी कंपनी का शेयर 10.09 प्रतिशत बढ़कर 14,650 रुपये पर बंद हुआ। इसके साथ बजाज फिनसर्व का बीएसई में बाजार मूल्यांकन 21,681.19 करोड़ रुपये बढ़कर 2,33,383.19 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जानकारों का कहना है कि कंपनी का शेयर 15,400 रुपये के स्तर तक पहुंच सकता है।
एलआईसी ने गंवाए 1.21 लाख करोड़
एलआईसी 426,842.47 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ नौवें नंबर पर खिसक गई है। मई में लिस्ट होने के बाद कंपनी का मार्केट कैप 1.21 लाख रुपये गिर चुका है। एलआईसी जब लिस्ट हुई थी तो यह देश की छठी मूल्यवान कंपनी थी लेकिन शेयरों में लगातार गिरावट से यह अब नौवें नंबर पर खिसक गई है। कंपनी का इश्यू प्राइस 949 रुपये था जो अब 674.85 रुपये रह गया है। यह इस साल लिस्ट हुए स्टॉक्स में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले टॉप तीन शेयरों में शामिल है। एलआईसी की पूरे इक्विटी मार्केट में चार फीसदी और बॉन्ड मार्केट में दो फीसदी हिस्सेदारी है। इसलिए जब भी मार्केट या बॉन्ड यील्ड्स में बदलाव होता है तो इसका एलआईसी पर असर पड़ता है।