600 की वृद्धि पंजीकृत दलों की संख्या में

पंजीकृत दलों की संख्या 1687 थी 2014 आम चुनाव में 


कुल गैर-मान्यता प्राप्त दल 2235



आवाज़ ए हिंद टाइम्स सवांदाता, नई दिल्ली, चनाव आयोग के पास पंजीकृत पार्टियों की संख्या में लगभग 600 की वृद्धि हुई है जिससे भारत और अधिक लोकतांत्रिक प्रतीत होता दिखाई दे रहा है। आधिकारिक डाटा के अनुसार, लोकसभा चनाव 2019 से पहले करीब 2294 दलों ने चुनाव आयोग " में अपना पंजीकरण कराया है।


वर्ष 2014 में हुए आम चुनावों में पंजीकृत राजनीतिक दलों की कुल संख्या 1687 थी। कुल पंजीकृत दलों में गैर-मान्यता प्राप्त दलों की संख्या 2235 है। राज्य दलों की संख्या 52 और राष्ट्रीय दलों की संख्या सात है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में 464 दलों ने चुनाव में भाग लिया थादलों ने चुनाव में भाग लिया था।


पिछले आम चुनावों में सभी छह राष्ट्रीय दलों और पंजीकृत 47 राज्य स्तरीय दलों में से 39 दलों की भागीदारी की थी। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2004 में पंजीकृत दलों की संख्या 764 थी जो वर्ष 2014 तक बढ़कर 1687 हो गई। पार्टियों की संख्या के तेजी से बढ़ने के कारण काफी हद तक गैर- मान्यता प्राप्त दलों की संख्या में वृद्धि है जिनकी संख्या वर्ष 2004 में 702 थी और वर्ष 2014 में बढ़कर 1,634 हो गई थी। गौरतलब है कि 2019 आम चुनाव के लिए कुल 543 सीटों पर 7 चरणों में चुनाव का ऐलान किया है।


11, 18, 23, 29 अप्रैल एवं 6, 12 और 19 मई को चुनाव होंगे। सभी चरणों की वोटिंग की गिनती एक साथ 23 मई को होगी। 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक चरण में ही मतदान होगा। अब सरकार की ओर से किसी भी नई योजना का ऐलान नहीं किया जा सकेगा। इसके साथ ही आयोग ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनावों का भी ऐलान किया। यहां लोकसभा के साथ विधानसभा के लिए भी मतदान कराया जाएगा।


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