प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश के लिए समर्पित 24x7 सैटेलाइट चैनल- अरुणप्रभा को लॉन्‍च किया

सूचना और प्रसारण मंत्रालय
प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश में फिल्‍म एवं टेलीविजन संस्‍थान और कई अन्‍य परियोजनाओं की आधारशिला रखी

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज अरुणाचल प्रदेश में डीडी अरुणप्रभा का शुभारंभ किया। उन्होंने राज्य में फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआई) और कई अन्य परियोजनाओं के लिए आधारशिला भी रखी।


प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य की संस्कृति को सुदृढ़ एवं विकसित करने के उद्देश्‍य से सरकार द्वारा राज्‍य के लिए समर्पित 24x7 सैटेलाइट टीवी चैनल डीडी अरुणप्रभा को लॉन्च किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह चैनल राज्य की संस्कृति के दूत के तौर पर काम करेगा और पूरे भारत के लोगों को राज्य की सुंदरता एवं संस्कृति से अवगत कराएगा।


 


प्रधानमंत्री ने जोते में फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान विकसित किए जाने के बारे में बात करते हुए कहा कि यह न केवल युवाओं को नई राह और अवसर देगा बल्कि इससे राज्य की संस्कृति की अभिव्यक्ति को भी बढ़ावा मिलेगा। 


प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर बोलते हुए अरुणाचल प्रदेश के लोगों के जीवन पर इन परियोजनाओं के संभावित प्रभावों को गिनाया। उन्होंने कहा कि नए भारत के विकास के लिए पूर्वोत्‍तर का विकास जरूरी है। उन्होंने उड़ान योजना के तहत राज्य को मिलने वाले लाभों का उल्लेख किया। साथ ही उन्‍होंने इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए अन्‍य कदमों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने राज्य के लगभग सभी लोगों के लिए बिजली कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने में सौभाग्‍य योजना के प्रभाव की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इन सभी कदमों से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अरुचाल प्रदेश सहित देश के किसानों के लिए पीएम-किसान योजना के लाभ पर भी प्रकाश डाला।


पृष्ठभूमि 


डीडी अरुणप्रभा दूरदर्शन द्वारा संचालित 24वां उपग्रह चैनल है। यह 24x7 प्रसारण के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है जिसमें दूरदराज के क्षेत्रों से लाइव कवरेज के लिए एक डिजिटल सैटेलाइट न्यूज गैदरिंग इकाई भी शामिल है। डीडीके ईटानगर में स्थापित प्लेआउट संयंत्र एवं पृथ्वी स्टेशनों से डीडी अरुणप्रभा का निर्बाध प्रसारण सुनिश्चित होगा।


यह चैनल स्थानीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा एवं विविधता को प्रदर्शित करेगा। यह न केवल पूर्वोत्‍तर को देश के अन्‍य भागों के साथ एकीकृत करने में मदद करेगा बल्कि समाचार, यात्रा-वृत्तांत, पौराणिक कार्यक्रम, वृत्तचित्र, पत्रिकाएं, टेली-फिल्‍म, रियलिटी शो, दैनिक शो आदि सहित स्थानीय लोगों की जरूरतों एवं आकांक्षाओं के लिए संवेदनशील सामग्री प्रसारित करते हुए पूर्वोत्‍तर की भव्यता को जीवंत करेगा।


फिल्म एवं टेलीविजन संस्‍थान का स्थायी परिसर का निर्माण अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे के जोलांग-रकाप (जोते) में किया जाएगा। यह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का तीसरा फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान है, पहले दो संस्‍थान पुणे में एफटीआईआईआई और कोलकाता में एसआरएफटीआई हैं। यह पूरे पूर्वोत्तर का पहला फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान है।


यह फिल्म एवं टेलीविजन के क्षेत्र में पूर्वोत्तर के प्रतिभाशाली युवाओं को प्रोत्‍साहित करेगा। ईटानगर से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित इस परियोजना को कुल 204.32 करोड़ रुपये की निर्माण लागत के साथ मंजूरी दी गई है। सीपीडब्‍ल्‍यूडी द्वारा तैयार होने वाली यह परियोजना 25 महीने की समय-सीमा के भीतर पूरी हो जाएगी।


इसमें एक एकीकृत परिसर होगा जहां प्रशासनिक ब्लॉक, क्लास रूम ब्लॉक, क्लास रूम थिएटर, अकादमिक स्टाफ ब्लॉक, लाइब्रेरी, प्रीव्यू थिएटर, मिनी थिएटर, शूटिंग फ्लोर, डिजिटल ब्लॉक, साउंड स्टूडियो, कैंटीन एवं मनोरंजन, आवासीय क्वार्टर, लड़कों के लिए छात्रावास, लड़कियों के लिए छात्रावास, ट्रांजिट हाउसिंग और गेस्ट हाउस के अलावा इलेक्ट्रिकल सब-स्टेशन, पंप-रूम, सम्प, फिल्ट्रेशन प्लांट, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट आदि सहायक बुनियादी ढांचे होंगे।


परिसर का निर्माण एक जैविक डिजाइन दर्शन के साथ किया जाएगा ताकि प्राकृतिक स्थलाकृति को कम से कम नुकसान सुनिश्चित हो सके। निर्माण में राष्ट्रीय भवन संहिता 2016 के मानदंडों, सुगम्य भारत अभियान सुविधाओं और अन्य वैधानिक मानदंडों का पालन किया जाएगा। यह तमाम सुविधाओं से लैस एक अत्‍याधुनिक परिसर होगा जहां शून्‍य डिस्चार्ज बिल्डिंग सुनिश्चित करने के लिए 150किलोवॉट क्षमता के साथ सीवेज ट्रीटमेंट संयंत्र, 300 किलोवाट के सौर पैनल, ऊर्जा कुशल एयर कंडीशनिंग संयंत्र, एलईडी लैंप के जरिये गलियों में प्रकाश की व्‍यवस्‍था, वर्षा जल संग्रह, सेंसर के साथ ऊर्जा कुशल लाइटिंग आदि सुविधाएं होंगी।


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