सेंसेक्स 6 महीने के शिखर पर पहुंचा मोदी के लौटने के भरोसे से 

सेंसेक्स 382.7 अंक यानी 1% की उछाल के साथ 37,054.10, जबकि निफ्टी भी 149.90 अंक यानी 1.3% की तेजी के साथ 11,176.30 पर बंद हुआ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 3,810.6 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,955.55 करोड़ रुपये की मुनाफावसूली की


रुपया भी मजबूत होकर दो महीने में पहली बार 70 के नीचे आ गया



भारतीय शेयर बाजार सोमवार को 6 महीने के शिखर पर पहुंच गया लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान और बीजेपी के नेतृत्व में अगली सरकार बनने के मार्केट के भरोसे के चलते बेंचमार्क इंडेक्स में तेजी आई। रुपया भी मजबूत होकर दो महीने में पहली बार 70 के नीचे आ गया। इस बीच, विदेशी निवेशक लगातार बाजार में पैसे लगा रहे हैं। सेंसेक्स 382.7 अंक यानी 1 पर्सेट की उछाल के साथ 37,054.10 पर बंद हुआ। इससे पहले इंट्राडे में बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स 37,106.19 तक चला गया था। निफ्टी भी 149.90 अंक यानी 1.3 पसेंट की तेजी के साथ 11,176.30 पर बंद हुआ। इंग्रडे में इंडेक्स 11,180.90 के लेवल तक पहुंचा था।


स्मॉल और मिडकैप सेगमेंट में भी तेजी जारी है। बीएसई मिडकैप इंडेक्स सोमवार को 2 पर्सेट चढ़ा इसके साथ पिछले एक महीने में इसमें 7 पसेंट की तेजी आ चुकी है। स्मॉल इंडेक्स 1.6 पसेंट उछला, जो पिछले एक महीने में 9.75 पसेंट चढ़ा है। कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी में इक्विटी के चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर हर्ष उपाध्याय ने बताया, 'रैली को देखकर लग रहा है कि मार्केट दो चीजों का अनुमान लगा रहा है। पहला, उसे सीमा पर तनाव कम होने की उम्मीद है। दूसरा, लोकसभा चुनाव के बाद वह स्थिर सरकार बनने की उम्मीद कर रहा है।'


विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सोमवार को 3,810.6 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (म्यूचुअल फंड और इंश्योरेंस कंपनियों आदि) ने 1,955.55 करोड़ रुपये की मुनाफावसूली की। मार्च में इमर्जिग मार्केट्स में विदेशी निवेशकों ने ब्राजील और इंडोनेशिया के बाद सबसे अधिक पैसा भारतीय बाजार में लगाया है। भारती एयरटेल, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन, कोल इंडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज और वेदांता सेंसेक्स के टॉप गेनर्स रहे, जिनमें 2-8 पर्सेट की तेजी आई। निफ्टी के सेक्टोरल इंडेक्स में सिर्फ आईटी इंडेक्स लाल निशान में रहारुपये के दो महीने के सबसे मजबूत स्तर 69.89 पर आने से आईटी शेयरों में बिकवाली हुई।


7 जनवरी के बाद पहली बार रुपया 70 से नीचे आया है। वोलंटिलिटी इंडेक्स (विक्स) भी सोमवार को 0.3 पर्सेट की गिरावट के साथ 14.9 पर आ गया। इससे पता चलता है कि मार्केट की घबराहट कम हो रही है। चुनाव आयोग ने रविवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। ये चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणों में होंगे और वोटों की गिनती 23 मई को होगी। इडलवाइज में सेल्स हेड शिव दीवान ने बताया, 'पॉलिटिकल सेंटीमेंट में कुछ सुधार हुआ है।


निवेशकों की भी दिलचस्पी बढ़ रही है खासतौर पर मिडकैप शेयरों की तरफ उनका रुझान बढ़ा है, पाकिस्तान के साथ हालिया तनाव के बाद बाजार को लग रहा है कि केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व में अगली सरकार बनेगी। इसका संकेत पिछले हफ्ते बुधवार को मिला था, जब निफ्टी 11,000 के साइकोलॉजिकल लेवल से ऊपर चला गया था। सोमवार को इंडेक्स लगातार चौथे दिन इस लेवल से ऊपर रहा। पिछले साल दिसंबर में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस के हाथों हार के बाद लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन कमजोर रहने की आशंका बढ़ी थी।


हालांकि, पिछले एक महीने में निफ्टी 22 पर्सेट मजबूत हुआ है भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद इस महीने तीन ओपिनियन पोल आए हैं। इनमें दावा किया गया है कि बीजेपी ने कुछ खोया हुआ जनाधार वापस पाया है और वह बहुमत की ओर बढ़ रही हैब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने कहा कि बीजेपी की छवि ऐसी पार्टी की है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करती। इससे हालिया ओपिनियन पोल में पिछले सर्वे की तुलना में उसे 30-40 सीटों का फायदा होता दिख रहा है।


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