गैस की समस्या का समाधान


गैस बनने पर क्या करें

बदली जीवनशैली, फास्ट फूड का ज्यादा सेवन, कम नींद, तनाव इन तमाम वजहों से पेट संबंधी समस्याएं बढ़ गई हैं। जिनमें गैस की समस्या एक बड़ा रोग है। पेट में यदि गैस बनती है तो यह सिर में चढ़कर सिरदर्द का कारण बनती है। यह गैस हदय पर भी दबाव डालती है और कभी कभी जोड़ों या कमर दर्द का भी बायस बनती हैं। कई लोग तो इस रोग के चपेट में आने के बाद पूरी उम्र इससे छुटकारा नहीं पा सकते। 

जैसे-जैसे इलाज करते हैं, रोग भी बढ़ता रहता है। विभिन्न अध्ययन इस बात की तस्दीक करते हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में गैस की समस्या ज्यादा होती है, जिसका एक बड़ा कारण तनाव है। इसके अलावा महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स के बदलाव से भी ऐसा होता है। महिलाओं में गैस की तकलीफ के कई कारण होते हैं, वे चटपटा ज्यादा खाती हैं, जिससे एसिडिडी होने पर पेट में गैस बनती है। पित्त की थैली में पथरी होने पर भी गैस की तकलीफ हो सकती है। अंडाशय की रसौली, लिवर का ठीक प्रकार काम न करना, माहवारी में गड़बड़ी, गर्भावस्था में कम खाने से गैस की समस्या हो सकती है.

क्या करें - 

भूख लगने पर ही भोजन करें। प्राय: हम जल्दी-जल्दी और बिना भूख के भोजन कर लेते हैं। परिणास्वरूप पेट में पुराना भोजन पड़ा रहता है तथा ऊपर से नया भोजन और चला जाता है। यदि हम अपनी इस आदत को नियंत्रित कर लें तो गैस की समस्या 50 प्रतिशत समाप्त हो जाती है। भोजन को धीरे-धीरे खुब चबाकर खाएं। जब तक कि ठोस भोजन मुंह में तरल रूप में न बदल जाए।

गरम खाद्य पदार्थों तथा उत्तेजक पदार्थों जैसे लाल मिर्च, गरम मसाला, आदि का प्रयोग न करें। धनिया, जीरा, मेथी तथा अजवाइन का प्रयोग किया जा सकता है। 

तले भुने खाद्य पदार्थों से बचें। सप्ताह में एक दिन एक समय भोजन न करने की आदत डालें। पेट को इतना आराम देना आवश्यक है। भोजन के साथ पानी न पीएं। पेट के खाली होने तक पानी नहीं पीना चाहिए। उसके बाद आप इच्छानुसार पानी पी सकते हैं। पानी को भी एक साथ पीकर धीरे-धीरे एक-एक घूंट करके पीना चाहिए। एक बार में ही सारा पानी न पिएं। 

नियमित रूप से व्यायाम करें। अपनी रूचि के अनुसार बागवानी, दौड़ना, तैरना, साइकिल चलाना, रस्सी कूदना आदि में से कोई एक व्यायाम किया जा सकता है। प्रतिदिन व्यायाम करें। खाना हल्का और कम मात्रा में खाएं, खाने में अंकुरित दालें, सलाद और ताजे फल अधिक लें।

तली चीजें कम-से कम खाएं। थोड़ा योगा एवं मेडीटेशन अवश्य करें। खाना खाने के बाद तुरंत सोना नहीं चाहिए, थोड़ी देर टहलना चाहिए। इससे पाचन क्रिया सही रहती है और पेट में गैस नहीं बनती। कार्बोनेटिड ड्रिंक्स और वाइन न पीएं, इनसे कार्बनडाइक्सॉइड रिलीज होती है, जो पेट में गैस की वजह बनती है। तनाव भी गैस बनने का एक बड़ा कारण है इसलिए हमेशा तनाव से दूर रहने की कोशिश करें।

फाइबर युक्त भोज्य पदार्थ लें. मौसमी फल और सब्जियां खाएं और भोजन में तरल पदार्थ ज्यादा लें।

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