सरकार ने की सख्ती किसानों पर हुआ लाठीचार्ज व पानी की बौछार

सरकार ने की सख्ती किसानों पर हुआ लाठीचार्ज व पानी की बौछार

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का दिल्ली मार्च ।। पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर टकराव ।। दिल्ली बॉर्डर पर भारी सुरक्षा बंदोबस्त

चंडीगढ़/नई दिल्ली, नवम्बर। केंद्र द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर दिख रहा है। किसानों को दिल्ली में प्रवेश से रोकने के लिए हरियाणा से लगे बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। बाहदुरगढ़ से दिल्ली आने वाला रास्ता बंद कर दिया गया है।

किसान आंदोलन के चलते आज शाम को दिल्ली गुडगांव बार्डर पर जबरदस्त जाम लग गया। पुलिस बेरीकेटिंग के कारण गाड़ियों रेंग रेंग कर चल रही थी। दूसरी ओर हरियाणा में भी किसानों को रोकने की कोशिश हो रही है। लेकिन किसान सरकार के रोके नहीं रूक रहे हैं। पंजाब-हरियाणा के किसान 26 से 28 नवंबर तक 'दिल्ली मार्च' निकाल रहे हैं। और आज पंजाब से सटे हरियाणा बॉर्डर पर उनका पुलिस ने टकराव हो गया। 

पंजाब के प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा में अंबाला में शंभू बॉर्डर पर पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों ने बैरिकेडिंग को पल से घग्घर नदी में फेंक दिया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान लाठीचार्ज की भी खबर है। कई प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी घायल भी हो गए हैं। किसानों के इस आंदोलन को 500 किसान संगठनों का समर्थन मिला हुआ है।

करनाल तक पहुंचे किसान हरियाणा सरकार द्वारा तमाम प्रतिरोध लगाए जाने के बावजूद किसानों का कारवां धीरे-धीरे दिल्ली की ओर बढ़ रहा है किसान करनाल तक पहुंच चुके थे। पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें रोकने की तमाम कोशिशें की जा रही है। इस बीच तमिलनाडु, केरल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के किसान भी दिल्ली कूच कर गए है।

दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर फोर्स तैनात दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस और त्वरित बल की 3 बटालियन तैनात की गई हैं। दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे बंद कर दिया गया है।

क्यों विरोध कर रहे हैं किसान-

- एमएसपी सिस्टम खत्म हो जाएगा। मंडियां खत्म हो जाएंगी। ऐसे में किसान कहां अपनी उपज बेचेगा।
- कॉन्ट्रैक्ट या एवीमेंट करने से किसानों का पक्ष कमजोर होगा। वो कीमत तय नहीं कर पाएंगे।
- कानून कंपनियों के हक में है। बड़ी कंपनियां आवश्यक वस्तुओं का स्टोरेज करेगी। इससे कालाबाजारी बढ़ सकती है।

अमरिदर सिंह किसानों को भड़काना बंद करें। एमएसपी को लेकर किसी तरह की परेशानी किसानों को झेलनी पडेगी तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा : मनोहर लाल

"खट्टर को लगता है मैं किसानों को उकसा रहा हूँ, तो हरियाणा के किसान दिल्ली कूच क्यों कर रहे है। किसानों से तो पहले ही बात करनी चाहिए थी : अमरिंदर सिंह

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