25 तक हर घर में हो जाएगी कोरोना की जांच

सेंट्रल फोर्सेज के डॉक्टरों की छतरपुर-DRDO के अस्पताल में तैनाती

कोरोना की जांच

नई दिल्ली,  कोरोना से निपटने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों पर तेजी से अमल होना शुरू हो गया है। कोरोना से बचाव के लिए दिल्ली के हर घर की जांच का लक्ष्य 25 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा, जांच का काम इसी सप्ताह के अंत में शुरू हो जाएगा। 25 तक हर घर में हो जाएगी कोरोना की जांच, सीएपीएफ के 45 डॉक्टर और 160 मेडिकल स्टाफ दिल्ली पहुंच गए हैं, इन्हें एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया गया है, इनकी तैनाती एयरपोर्ट के पास डीआरडीओ व छतरपुर कोरोना अस्पताल में तैनाती कर दी गई है।

दिल्ली में कोरोना की लड़ाई से मुकाबला करने के लिए 15 नवंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कमान संभाली थी। राजधानी में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए उन्होंने 12 सूत्रीय फार्मूले के निर्देश दिए थे जिस पर अब काम शुरू हो गया है। राजधानी में विस्तरों की कमी ना हो, इसके लिए रेलवे शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर 800 बिस्तरों के साथ ट्रेन कोच उपलब्ध कराएगा। सीएपीएफ के डॉक्टर्स और पैरामैडिक्स भी यहां तैनात होंगे।

मंत्रालय ने बताया है कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने बंगलूरू से 250 वेंटिलेटर भेजे हैं। इसी सप्ताह के अंत तक ये दिल्ली पहुंच जाएंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली हवाई अड़े के पास डीआरडीओ कोविड सुविधा के लिए 35 बीआईपीएपी मशीने दी हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिल्ली सरकार को 25 बाइपेप मशीनें प्रदान की जानी है।

मंत्रालय ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशानुसार भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) दिल्ली सरकार को 10 मोबाइल टेस्टिंग प्रयोगशालाओं को स्थापित करने के लिए मदद कर रहा है, ताकि दिल्लीवासियों के परीक्षण में तेजी लाई जा सके। इसके तहत परीक्षण क्षमता को चरणबद्ध तरीके से 20 हजार की कुल क्षमता तक ले जाएगा। गृह मंत्रालय ने बताया है कि बिस्तरों का इस्तेमाल और जांच क्षमता का आकलन करने के लिए मंत्रालय ने दिल्ली में 100 से अधिक निजी अस्पतालों का दौरा करने के लिए 10 टीमों का गठन किया है।

पांच लैब काम कर रही है 24 घंटे, प्राइवेट लैब की भी ली जा रही है मदद केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर नवंबर के आखिर तक हर रोज 60 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट होने लगेगे गृह मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली की प्रयोगशालाओं की परीक्षण क्षमता को 2000 तक पहुंचाने के लिए आईसीएमआर अधिक मैनपावर को तैनात कर रहा है। इसके अलावा शिफ्ट बढ़ाई जा रही है। प्राइवेट लैब की भी मदद ली जा रही है। एम्स सहित आरटी-पीसीआर प्रयोगशालाओं ने पहले ही चौबीसों घंटे काम करना शुरू कर दिया है।

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