स्टेशन पहुंचे हजारों मजदूर मुंबई, सूरत में जुटे

लॉकडाउन में रेलगाड़ी चलने की उम्मीद में स्टेशन पहुंचे


मंबई के बांद्रा स्टेशन पर लगा जमावड़ा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज  


सूरत में भी लोग सड़कों पर उतरे, पुलिस और प्रशासन सतर्क 


सैकड़ों मजदूर हजारों किमी पैदल यात्रा करने को भी तैयार


Lockdown in India



आवाज़ ए हिंद टाइम्स सवांदाता, नई दिल्ली, अप्रैल। देश में लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन करें।


इस अपील के कुछ ही घंटे बाद देश के दो बड़े शहरों मुंबई और सूरत में लोगों ने लॉकाडाउन को ताक पर रख दिया। वजह खाने-पीने की मुश्किल और भूख। मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर झुग्गी बस्तियों में रहने वाले हजारों प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए।


इन लोगों की मांग थी कि इन्हें इनके गांव जाने दिया जाए। इसी तरह सूरत में भी सैकड़ों मजदूर अपने गांव में वापस जाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए। वहीं गुजरात के अहमदाबाद में भी प्रवासी मजदूर अपने-अपने ठिकानों की ओर कूच करने कोशिश करते दिखे।


सैकड़ों मजदूर 13 सौ किमी पैदल यात्रा करने को भी मजबूर हो गए हैं। सूरत में जुटे हजारों मजदूर, मुंबई स्टेशन पहुंचे, मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर सड़कों पर आए प्रवासी मजदूरों का कहना था कि उनके पास खाने को कुछ नहीं है। उन्हें उनके गांव वापस जाने दिया जाए। पुलिस प्रशासन ने इन लोगों को समझाने की कोशिश की और इन पर लाठीचार्ज भी करना पड़ा। 


इस घटना के बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे हजारों लोग बांद्रा स्टेशन के बाहर जमा हो गए थे। ये सभी मजदूर थे और लॉकडाउन के चलते अपने घरों में मौजूद थे।


उन्हें भरोसा था कि लॉकडाउन खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसलिए वह अधीर होकर घरों से बाहर निकल आए। हम उनके खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं।


कुछ रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि ये सभी लोग ट्रेन चलने की अफवाह पर बांद्रा स्टेशन पर जमा हो गए थे।


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस घटना पर कहा कि घबराएं नहीं, वे लॉकडाउन में सहयोग करें। सूरत में भी मंगलवार को सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आएमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये लोग भी प्रवासी मजदूर थे, जो लॉकडाउन के - दौरान खाने-पीने की कमी की समस्या बता रहे थे।


ये लोग यहां के वाराछा इलाके में स्थित कपड़ा मिलों में काम करने वाले मजदूर थे। इनका कहना था कि लॉकडाउन में खाना-पीना नहीं मिल रहा है और ऐसे में इन्हें इनके गांव जाने दिया जाए। दिल्ली में भी हाईअलर्ट जारी किया गया है। 


मोदी ने मांगे सात वचन-


- विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें देखबाल करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है  


- लॉकडाउन और सामाजिक दूरी की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें


- अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें


 - कोरोना संक्रमण फैलाव रोकथाम में हेल्प करने के लिए आरोग्य सेतु 'मोबाइल ऐप' अवश्य डाउनलोड करें। अन्य लोगो को भी इसे डाउनलोड करने के लिए सुझाव दे 


- जितना हो गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके आवश्यक भोजन की पूरी करें 


- आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें - कोरोना योद्धाओं, डॉक्टर- नर्स, सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी मीडियाकर्मी का पूरा सम्मान करें 


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