नागरिकता कानून के विरोध में जला बंगाल

पश्चिम बंगाल में बवाल और हिंसा


असम में 16 दिसम्बर तक इंटरनेट बंद



नई दिल्ली, दिनांक 15 दिसम्बर 2019, विशेष संवाददाता। असम समेत पूर्वोत्तर भारत में नागरिकता (संशोधन) कानून का विरोध जारी है। मेघालय और त्रिपुरा में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं और जगह जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। पश्चिम बंगाल में कई जगह हिंसा की खबरें हैं।


वहीं समूचे असम में इंटरनेट सेवाओं पर रोक 16 दिसम्बर तक बढ़ा दी गई है। नागरिकता कानून के खिलाफ बंगाल में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच मख्यमंत्री ममता बनर्जी की लोगों से अपील की है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करें और कानून को हाथ में न लें।


तोड़-फोड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में शनिवार को असम में प्रदर्शन जारी है। इसलिए समूचे असम में इंटरनेट सेवाओं पर रोक 16 दिसम्बर तक बढ़ा दी गई है। बंगाल में कई जगह सड़क एवं रेल मार्ग बाधित पश्चिम बंगाल में नागरिकता


(संशोधन) कानून के खिलाफ शनिवार को जारी प्रदर्शन के तहत प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर सड़कें एवं रेल मार्ग बाधित रखे। पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद और उत्तरी 24 परगना जिलों और हावड़ा (ग्रामीण) से हिंसा की खबरें मिली हैं। उन्होंने बताया कि मुर्शिदाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 34 और जिले की गई अन्य सड़कों को बाधित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को स्थिति नियंत्रित करने के लिए मौके पर भेजा गया है। पूर्वी रेलवे के सियालदह-हसनाबाद के बीच


रेल सेवाएं भी बाधित हैं। राजद ने किया 21 दिसम्बर को बिहार बंद का आह्वान मोनि राजद ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में 21 दिसम्बर को बिहार बंद का आह्वान करते हुए आरोप लगाया कि इसने संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं। बंद की तारीख पहले 22 दिसम्बर निर्धारित की गई थी, लेकिन बाद में इसे एक दिन पहले कर दिया गया ताकि अगले रविवार को होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा प्रभावित न हो।


 


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