वैश्विक खतरा है आतंकवाद 

कश्मीर से लौटे यूरोपीय सांसदों ने कहा


आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ अनुच्छेद 370 समाप्त करना भारत का आंतरिक मामला



आवाज़ ए हिंद टाइम्स सवांदातानई दिल्ली, नवम्बर। जम्मू-कश्मीर की स्थिति का जायजा लेने राज्य के दौरे पर आए यूरोपीय संघ के सांसदों ने कहा है कि अनुच्छेद 370 को समाप्त करना भारत का आंतरिक मामला है, लेकिन आतंकवाद वैश्विक खतरा है, इसलिए वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ हैं।


प्रतिधिमंडल में 27 सदस्य थे, लेकिन चार सदस्य नई दिल्ली से ही अपने देश लौट गए थे। फ्रांस के सांसद हेनरी मलूसे ने बुधवार को यहां सवाददाताओं से कहा, यदि हम अनुच्छेद 370 के बारे में बात करते हैं, तो यह भारत का आंतरिक मामला है।


हमारी चिंता आतंकवाद को लेकर है, जो एक वैश्विक खतरा है। हम सभी को आतंकवाद के खिलाफ लडाई में भारत के साथ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में मंगलवार रात आतंकवादियों द्वारा पश्चिम बंगाल के पांच श्रमिकों की हत्या किये जाने की घटना भी निंदा की है।


दूसरा अफगानिस्तान न बने कश्मीर : मरियानी फ्रांस के सांसद थियरी मारियानी ने कहा कि हमें फासीवादी कह कर हमारी छवि खराब की गई है। यह बेहतर होगा कि हमारी छवि धूमिल करने से पहले हमारे बारे में पूरी तरह से जान लें।


आतंकवाद एक देश को तबाह कर सकता है और यह प्रतिनिधिमंडल नहीं चाहता है कि कश्मीर दूसरा अफगानिस्तान बने। हमने अफगानिस्तान और सीरिया को देखा है। मैंने देखा है कि आतंकवाद ने क्या किया है? आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम भारत के साथ खड़े हैं क्योंकि हम नहीं चाहते हैं कि कश्मीर दूसरा अफगानिस्तान बने।


विपक्षी नेताओं से नहीं मिले विदेशी सांसद राज्य की मुख्य राजनीतिक पार्टियों नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस तथा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के स्थानीय नेताओं को भी यूरोपीय सांसदों से मिलने की इजाजत नहीं दी गई।


नेशनल कांफ्रेंस के दो सांसदो ने आरोप लगाया कि विभिन्न अधिकारियों से सम्पर्क करने के बावजूद भी उन्हें यूरोपीय सांसद से मिलने के लिए आमंत्रण नहीं मिला।


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