चंद्रयान-2 चांद के पास 

सफलता पाई इसरो वैज्ञानिकों ने 90 फीसदी गति घटाकर


चंद्रयान-2 


नई दिल्ली, अगस्त, विश्वास कुमार। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का चंद्रयान-2 मंगलवार सुबह चांद की कक्षा में स्थापित हो गया। अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, योजना के अनुरूप मंगलवार सुबह 9.02 बजे लूनर ऑर्बिट इंसर्शन (एलओआई) सफलतापूर्व सम्पन्न हो गया। चंद्रयान-2 के सभी सिस्टम बिल्कुल सही तरीके से काम कर रहे हैं।


इसरो ने कहा कि इस विशेष कार्यक्रम का काल 1,738 सेकेंड का था, जिसमें चंद्रयान-2 सफलतापूर्वक चांद की कक्षा में प्रवेश कर गया। कक्षा 114 किलोमीटर गुणा 18,072 किलोमीटर की है। इसके बाद, चंद्रयान-2 को कई कक्षाओं में प्रवेश कराने के बाद, चांद की सतह से लगभग 100 किलोमीटर दूर चांद के ध्रुवों से गुजरते हुए इसकी अंतिम कक्षा में प्रवेश कराना होगा। इसके बाद लैंडर विक्रम कक्षा से अलग हो जाएगा और चांद के चारों तरफ 100 किलोमीटर गुणा 30 किलोमीटर की कक्षा में प्रवेश कर जाएगा।


इसरो ने कहा कि इसके बाद यह सात सितम्बर 2019 को चांद के दक्षिण ध्रुव क्षेत्र में प्रवेश करेगा। यह वैज्ञानिकों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था चंद्रयान-2 की गति में 90 फीसदी की कमी इसलिए की गई है ताकि वह चांद की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के प्रभाव में आकर चांद से न टकरा जाए।


20 अगस्त यानी मंगलवार को चांद की कक्षा में चंद्रयान-2 का प्रवेश कराना इसरो वैज्ञानिकों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था। लेकिन, हमारे वैज्ञानिकों ने इसे बेहद कुशलता और सटीकता के साथ पूरा किया। 7 सितम्बर को चंद्रयान-2 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा। चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से रॉकेट बाहुबली के जरिए प्रक्षेपित किया गया था।


22 मई को प्रक्षेपित किया गया था चंद्रयान-2 -


अंतरिक्ष यान पर बेंगलरु स्थित इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क स्थित मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (एमओएक्स) द्वारा बेंगलुरु के पास बेलालू स्थित इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क (आईडीएसएन) एंटीना की मदद से नजर रखी जा रही है। चंद्रयान- 2 भारतीय जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-मार्क तृतीय (जीएसएलवी-एमके तृतीय) द्वारा 22 मई को प्रक्षेपित किया गया था। 


कक्षा में पहुंचने पर मोदी ने इसरो को दी बधाई-


चंद्रयान-2 को चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, चंद्रमा की कक्षा में चंद्रयान- 2 के प्रवेश करने पर टीम इसरो को बधाई। चंद्रमा की ऐतिहासिक यात्रा के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इस सफलता के लिए शुभकामनाएं।


अंतरिक्ष एजेंसी ने मंगलवार को इस काम को सफलतापूर्वक पूरा करते हुए अंतरिक्ष यान चंद्रयान-2 को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कराया। प्रणोदन प्रणाली का उपयोग करते हुए लूनर ऑर्बिट इंसर्शन (एलओआई) को सुबह 9.02 बजे सफलतापूर्वक पूरा किया गया।


वे बहुत मुश्किल 30 मिनट थेः सिवन -


भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान2 के चांद की कक्षा में प्रवेश करने के अंतिम 30 मिनट बहुत मुश्किल भरे थे। यह कहना है इसरो के चेयरमैन के. सिवन का। इस महत्वपूर्ण चरण के तुरंत बाद सिवन ने बताया, अभियान के अंतिम 30 मिनट बहुत मुश्किल भरे थे। घड़ी की सुई के आगे बढ़ने के साथ-साथ तनाव और चिंता बढ़ती गई।


चंद्रयान-2 के चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करते ही अपार खुशी और राहत मिली। उन्होंने कहा, हम एक बार फिर चांद पर जा रहे हैं। भारत का पहला चांद का मिशन चंद्रयान-1 साल 2008 में सम्पन्न किया गया था। इस मौके पर इसरो केंद्र पर लगभग 200 वैज्ञानिक तथा अन्य कर्मी इकट्ठे थे। यान के चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करने के बाद अधिकारियों ने उल्लेखनीय उपलब्धि पर एक-दूसरे को बधाइयां दीं।


एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने
close