आस्था का सैलाब उमड़ा हरियाली तीज पर चित्रकूट में  

5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में आस्था की डुबकी लगायी



चित्रकूट, अगस्त, राम कुमार। उत्तर प्रदेश की पौराणिक नगरी चित्रकूट में गुरुवार को हरियाली अमावस्या के पावन पर्व के मौके पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में आस्था की डुबकी लगाई और कामदगिरि की परिक्रमा की। पौराणिक तीर्थ स्थल पर तड़के से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा शुरू हो गया था।


श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाकर कामदगिरि की परिक्रमा लगाई। लोगों ने जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए भंडारों का भी आयोजन किया। मुख्य द्वार के संत मदन दास ने बताया कि आज के दिन मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाकर कामदगिरि की परिक्रमा लगाने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।


किसानों को बेहतर खेती मिलती है वहीं व्यापारियों को व्यापार में लाभ मिलता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अनादि काल से लोग बड़े भाव से मंदाकिनी में डुबकी लगाकर कामदगिरि की परिक्रमा लगाते हैं और अन्न दान करते हैं। आज दंडवती(लेटलेट कर) परिक्रमा लगाने वालों की भी भारी भीड़ दिखाई पड़ी, जिसमें महिलाओं की भी संख्या खूब रही। प्रशासन द्वारा दंडवती परिक्रमा लगाने वालो के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। जिससे लेट लेट कर परिक्रमा लगाने वालों को काफी सुविधा दिखाई पड़ी।


मंदाकिनी नदी रामघाट के ऊपर बने अनादि मत्यगयेन्द्र (शंकर भगवान) जी के मंदिर में भी जबरदस्त भीड़ दिखाई पड़ी। प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक आज करीब दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शंकर जी पर जल चढ़ाया।


मंदिर के व्यवस्था पुजारी प्रदीप कुमार ने बताया कि यह अनादि मंदिर है जब भगवान ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी तब उन्होंने अपने हाथ से भगवान शिव के लिंग की स्थापना करने के बाद सृष्टि की रचना प्रारंभ की थी यह वही अनादि शिवलिंग हैजिलाधिकारी शेषमणि पांडे और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा लगातार मेला क्षेत्र में मौजूद रहे उन्होंने वहां रहकर प्रबंधन का कार्य देखा।


एक टिप्पणी भेजें (0)
और नया पुराने
close