जयकारों के साथ जलाभिषेक किया कांवड़ियों ने मंदिरों में 

शिव भक्त जमकर झूमे 



नई दिल्ली, जुलाई, राम कुमार। सावन की महाशिवरात्रि पर दिल्ली के मंदिर में सुबह से ही कांवड़ियों ने गंगाजल से भोले का अभिषेक किया। इस दौरान शहर के मंदिरों में बम- बम भोले व हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज रही। विभिन्न छोटे बड़े मार्गों से मंदिरों तक भोले बाबा की आकर्षक झांकियां भी निकाली गईं। भोले के भजनों पर भक्त जमकर झूमे। जगह- जगह भंडारे के भी आयोजन किए गए। मंदिरों में कांवड़ियों को जलाभिषेक में कोई दिक्कत न हो इसलिए विशेष व्यवस्था की गई थी।


देर रात से ही लगा रहा मंदिरों में तांता - मंदिरों में सोमवार देर रात से ही कावड़ियों व उनके परिजनों का तांता लगा रहा, क्योंकि सुबह जलाभिषेक जो करना था। मंदिरों में सुबह साढ़े पांच बजे से ही भोले बाबा के जयकारों की गुंज सुनाई देने लगी थी। कांवड़ लेकर लौटेशिवभक्तों ने मंदिरों में पूजा अर्चना के साथ जलाभिषेक किया।


दिल्ली के मंदिरों को फूल मालाओं से भव्य ढंग से सजाया गया। प्राचीन सिद्धपीठ श्री कालकाजी मंदिर स्थित प्राचीन स्वंयभू महाकालेश्वर महादेव के प्राकृतिक स्वरूप पर हजारों शिवभक्त कॉवड़ियों ने मां गंगा के पावन जल से अभिषेक किया। मंदिर के पीठाधीश्वर मंहत सुरेन्द्रनाथ अवधूत महाराज ने कहा कि रात्रि के 1 बजकर 30 मिनट पर शुभ महूर्त में बाबा का जलाभिषेक किया।


उन्होंने कहा कि देवो के देव महादेव इतने दयालु है, कि वे भक्तों के मन में आए विचार को ही समझकर उनकी मनोकामना को पूर्ण करते हैं। सनातन संस्कृति की आस्था ही है, कि दूरदराज में आए हजारों कॉवड़िये बाबा का गुणगान भी रातभर करते हैं। मंदिर में शिवमहिमा का भक्ति संगीत भी किया गया। भक्तों का प्रसाद का वितरण व भंडारे का भी आयोजन किया। कांवड़यों को कोई दिक्कत न हो इसलिए विशेष इंतजाम किए गए। इस दौरान मंदिरों से आकर्षक झांकियां निकालने के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुएमंदिरों में देर रात तक भजन-कीर्तन चलते रहे। 


भण्डारो की भी थी व्यवस्था - शिवरात्रि के अवसर पर दिल्ली के सभी इलाकों की मुख्य सड़कों, गलियों व मंदिरों के आसपास, विभिन्न मार्केट एसोसिएशंस ने श्रद्धालुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था की हुई थी। बताया गया कि युवाओं ने जो जोश कांवड़ लाने व शिवलिंग पर जल चढ़ाने में दिखाया उससे पता चलता है कि युवा आज हमारी धर्म संस्कृति को जीवित रखने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। मंदिरों में भक्तों को काफी उत्साह दिखा।


यातायात हुआ धीमा - नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार की सुबह कांवड़ियों की आवाजाही से यातायात धीमा पड वाया। एक वरिष्ठ यातायात पुलिस अधिकारी के अनुसार, कालिंदी कुंज मार्ग और गुड़गांव की ओर जा रहा राजमार्ग सबसे अधिक प्रभावित हुआ। उन्होंने बताया कि दोपहर के बाद यातायात सामान्य हो जाएगा। दिल्ली यातायात पुलिस ने रविवार को ही तीर्थयात्रा मार्ग पर 'कांवड़ियों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए एक परामर्श जारी कर दिया था। कांवड़ यात्रा मठावान शिव के भक्तों यानी कांवड़ियों की सालाना तीर्थ यात्रा है।


सड़कों पर तैनात रहे पुलिसकर्मी - कोई कांवड़ियां देरी से मंदिर नहीं पहुंचे, इसके लिए दिल्ली पुलिस ने जगह-जवाह व्यवस्था की हुई थी। यातायात जाम को देखते हुए सड़कों पर पुलिस तैनात नजर आई। कांवड़ियों को सुरक्षा देने में पुलिस ने बेहतर कार्य किया है।


 


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