निवेशकों को भारी नुकसान यस बैंक का शेयर 29% गिरने से 

एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है यस बैंक के शेयर प्राइस में यह अब तक की 


10 हजार करोड़ का नुकसान संस्थागत निवेशकों का उठाना पड़ा


मार्केट एनालिस्ट इस लेवल पर यस बैंक में निवेश करने को लेकर बंटे हुए हैं, बैंक के शेयर मंगलवार को 29% नीचे गिरकर 168 रुपये पर बंद हुए



आवाज़ ए हिंद टाइम्स सवांदाता, नई दिल्ली, मई। यस बैंक के शेयर मंगलवार को 29 पर्सेंट क्रैश कर गए। बैंक ने पिछले शुक्रवार को मार्च क्वॉर्टर के रिजल्ट का ऐलान किया था, जिसमें उसे पहली बार तिमाही आधार पर घाटा हुआ था। बैंक के शेयर धराशायी होने से उसका मार्केट कैप 16 हजार करोड़ रुपये घट गया। इसमें से 10 हजार करोड़ का नुकसान संस्थागत निवेशकों का उठाना पड़ा।


यस बैंक के शेयर प्राइस में यह अब तक की एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। क्लोजिंग बेसिस पर यह पिछले साल 10 दिसंबर के बाद सबसे निचले स्तर पर रहा। यस बैंक के शेयर प्राइस में मंगलवार को आई गिरावट से म्यूचुअल फंडों को 1,500 करोड़ और एफआईआई को 6,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।


इंट्राडे में एक समय यस बैंक का शेयर 30.4 पर्सेंट की गिरावट के साथ 165.30 रुपये पर चला गया था, लेकिन आखिर में यह मामूली रिकवरी के साथ 168 रुपये पर रहा। पहली बार किसी तिमाही में घाटा होने, अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनियों को कर्ज देने (दो कंपनियों का रेटिंग डाउनग्रेड हुआ है), ब्रोकरेज हाउसों के यस बैंक को डाउनग्रेड किए जाने से मंगलवार को इसमें पैनिक सेलिंग हुई। एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग के एवीपी, रिसर्च दिगंत हरिया ने बताया, 'बैंक को मार्च तिमाही में डेढ़ हजार करोड़ का घाटा हुआ, जिसके बाद मार्केट एनालिस्टों ने स्टॉक की रेटिंग घटाई थी।


इसके साथ अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनी रिलायंस कैपिटल की डेट रेटिंग घटाए जाने का भी बैंक पर बुरा असर हुआ।' इससे पहले के तीन महीनों में यस बैंक के शेयर प्राइस में 50 पर्सेंट की तेजी आई थी। आरबीआई के बैंक को बैड लोन डा‌यवर्जेंस पर पाक-साफ बताने के बाद निवेशकों ने इसमें काफी पैसे लगाए थे। विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी इस बीच यस बैंक में 4.2 पर्सेंट बढ़ी थी।


पिछले शुक्रवार को यस बैंक ने मार्च क्वॉर्टर के रिजल्ट का ऐलान किया था, जिसमें उसने 1,507 करोड़ रुपये के लॉस की जानकारी दी थी। इससे साल भर पहले उसे 1,180 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। रवनीत गिल को मार्च में बैंक का नया सीईओ बनाया गया था।


उन्होंने बैंक की लोन बुक को साफ-सुथरा बनाने के लिए प्रोविजनिंग में भारी बढ़ोतरी की है। इसी वजह से बैंक को मार्च क्वॉर्टर में बड़ा घाटा हुआ। मार्केट एनालिस्ट इस लेवल पर यस बैंक में निवेश करने को लेकर बंटे हुए हैं। एक डोमेस्टिक ब्रोकरेज हाउस में इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के हेड ने कहा, 'अगर बैंक का शेयर 150 रुपये से नीचे आता है तो मैं इसमें निवेश के बारे में सोचूंगा।'


उनका मानना है कि इस लेवल पर यस बैंक में निवेश करना ठीक नहीं होगा। वहीं, इंडिपेंडेंट मार्केट एक्सपर्ट अंबरीश बालिगा ने कहा कि इस लेवल पर निवेश करने से यस बैंक से बढ़िया रिटर्न मिल सकता है।


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