पिछले वर्ष से तीन गुना ज्यादा मरीज एक महीने में ही

बचाव आयुर्वेद और होम्योपैथ की मदद से भी कर सकते हैं 



नई दिल्ली। राजधानी में जनवरी में ही स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 738 तक पहुंच गई है। यानी, एक माह में ही पिछले वर्ष के मुकाबले स्वाइन फ्लू के तीन गुना मरीज सामने आ चुके हैं। पिछले साल 205 मरीज सामने आए थे। दिल्ली की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. नूतन मुंदेजा ने बताया कि कुल मरीजों में से 611 दिल्ली के निवासी हैं और 127 मरीज दूसरे राज्यों से आए हैं। दो सरकारी अस्पतालों में ही स्वाइन फ्लू से जान गंवाने वालों की संख्या 10 पहुंच गई है। आंकड़ों के मुताबिक, राजस्थान और गुजरात के बाद दिल्ली में सबसे अधिक मरीज सामने आए हैं।



ये उपाय कारगर- 



• हल्दी और नमक को पानी में उबालकर गुनगुने पानी से गरारा करें


• गर्म पानी से हाथ-पैर धोएं और अधिक से अधिक स्वच्छता बरतें


• नीलगिरी और इलायची के तेल की एक-दो बूंदें रूमाल पर छिड़कर सूंघे। नीलगिरी तेल के स्थान पर कपूर का प्रयोग भी किया जा सकता है।


• अदरक, तुलसी, हल्दी, गिलोय को पीसकर शहद के साथ सेवन करें।


• सितोपलादि चूर्ण, तालीसादि चूर्ण, हिंगुलेश्वर रस, कस्तूरी भैरव रस, त्रिभुवन कीर्ति रस, लक्ष्मी विलास रस, संजीवनी वटी, सिद्ध प्राणेश्वर रस का सेवन करें


• रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सदी में तुलसी, अदरक, लौंग, काली मिर्च व छोटी पिप्पल के काढ़े या चाय का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए (पंचकर्म अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजपाल पराशर के मुताबिक)


ठन्डे खाद्य पदार्थो का सेवन न करें -


स्वस्थ व्यक्तियों को स्वाइन फ्लू से बचाव और पीड़तों को इलाज के लिए ठंड और ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए। दही, शीतलपेय, फ्रिज में रखा बासी भजन, आइसक्रीम, फास्ट फूड जैसे कफ उत्पन्न करने वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। वहीं, पीने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। तेज हवा और ठंड से विशेष रूप से बचना चाहिए छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को रूमाल से ढंक कर रखना चाहिए।


 


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