खेलकूद आवश्यक विद्यार्थियों के विकास लिए  : शिक्षा निदेशक

मेगा पीटीएम में 78 फीसद अभिभावकों की भागीदारी व शिक्षकों के साथ विचार विमर्श 


नई दिल्ली, फरवरी। दक्षिण दिल्ली नगर निगमा ददिननि द्वारा आयोजित एजेंडा आधारित पीटीएम बैठकें सफलतापूर्वक संपन्न हुई। स्कूलों में आयोजित मेगा पीटीएम में लगभग 78 फीसद अभिभावकों की भागीदारी तथा अपने बच्चों के शैक्षिक और समग्र विकास को लेकर शिक्षकों के साथ विचार विमर्श में उनकी अद्वितीय समझबूझ तथा परिपक्वता की झलक दिखाई दी।



समाज के कमजोर वर्ग से आए अधिकांश अभिभावकों ने बच्चों में शिक्षात्मक विकास लाने पर बल दिया ताकि उनके सीखने के रवैये को उत्तम और उन्हें सामाजिक और आशावान परिवर्तन में साधक बनाया जा सके। वे चाहते थे कि उनके बच्चे चरित्र और राष्ट्र निर्माण में शिक्षित उत्प्रेरक की भूमिका निभा सके।


पीटीएम बैठकें सुचारू और सुनियोजित तरीके से पूर्व निर्धारित एजेंडे के अनुरूप हुई ताकि इस आयोजन को परिणामजनक बनाया जा सके। महापौर नरेन्द्र चावला ने पश्चिमी जोन के कई स्कूलों का दौरा किया और एक साथ 581 स्कूलों में पीटीएम के आयोजन को सभी अभिभावकों से प्राप्त सुझावों के विश्लेक्षण का अनूठा अवसर बताया और कहा कि बच्चों की सीखने की ललक को तीव्र बनाने के लिए एक कार्य योजना बनाई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि जब स्कूलों में अलग-अलग समय और अलग दिन पीटीएम हुआ करती थी तो अभिभावकों की भागीदारी कभी 40 फीसद से अधिक नहीं रही जबकि अब सभी स्कूलों में एक साथ एक दिन दो पाली में ऐसी बैठक होने से अभिभावकों की भागीदारी 78 फीसद हो गई है।


यह इस बात का संकेत है कि अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे ज्ञानआधारित क्रांति के दूत बनें। आयुक्त डॉ. पुनीत कुमार गोयल समय समय पर अधिकारियों को पीडीएम बैठकों में अधिक से अधिक स्कूल में जा कर वास्तविक रिपोर्ट तैयार करने को कहा। शिक्षा समिति की अध्यक्षा डॉ. नंदिनी शर्मा ने मालवीय नगर, अंबेडकर नगर और साकेत के स्कूलों में जा कर पीटीएम बैठकों में अभिभावकों और शिक्षकों के उत्साह की सराहना की।


डॉ. शर्मा ने स्वास्थ पर लेक्चर दिया और परीक्षा के कारण तनाव से मुक्ति पर विचार व्यक्त किए। यह भी कहा कि ददिननि ने स्कूलों में सर्वोत्तम किस्म की बुनियादी ढांचा प्रदान किया है ताकि हमारे स्कूल सुविधाओं और शिक्षा की गुणवत्ता में रोल मॉडल बन सके। उन्होंने कहा कि एमएमटीसी कालोनी स्कूल में अभिभावकों की 89 फीसद मौजूदगी इस बात की सबूत है कि पीटीएम बैठक महत्वपूर्ण और प्रासंगिक बन गई है।


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