सौभाग्यशाली प्रदेश उत्तर प्रदेश बना


आवाज़ ऐ हिन्द टाइम्स, नई दिल्ली, बढ़ाई कारपोरेशन विद्युत निर्धारित सभी लिए विद्युतीकरण  उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने सोमवार को दिल्ली के श्रम शक्ति भवन में केंद्रीय विद्युत मंत्री आर के सिंह से भेंट कर , उन्हें उत्तर प्रदेश के सभी इच्छुक घरों के शत.प्रतिशत ऊर्जीकृत होने की जानकारी दी। इस अवसर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 11 अक्टूबर 2017 को प्रारंभ की गई सौभाग्य योजना के अंतर्गत पूरे देश में उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 74 लाख परिवारों को विद्युत संयोजन देते हुए माह दिसंबर, 2018 के अंत तक योजना के अंतर्गत प्रदेश के सभी 75 जनपदों में संतृप्तीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। प्रदेश में वर्तमान सरकार के गठन के पश्चात अप्रैल, 2017 से कुल मिलाकर 94 लाख परिवारों को विद्युत संयोजन दिए गए, जिसमें से लगभग 25,000 दूरस्थ परिवारों को सौर ऊर्जा के माध्यम से विद्युत की सुविधा दी गई है। इस अवधि में प्रदेश में 1,20,000 मजरों का विद्युतीकरण भी किया गया। यह जानकारी देते हुए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया है कि योजना के समयबद्ध क्रियान्वयन का मार्गदर्शन एवं नेतृत्व तथा नियंत्रण अनुश्रवण मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी द्वारा किया गया।


पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, मेरठ ने सौभाग्य योजनान्तर्गत अपने सभी 14 जनपदों में विद्युतीकरण का कार्य माह अक्टूबर 2018 के अंत में पूर्ण कर लिया था। इसी प्रकार से दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड आगरा द्वारा भी अपने सभी 21 जनपदों में सौभाग्य योजना के अंतर्गत मजरों तथा सभी इच्छुक परिवारों का विद्युतीकरण माह नवंबर 2018 में पूर्ण कर लिया गया है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, वाराणसी तथा मध्यांचल तिहात तिता निगम लिमिटेड लखनऊ द्वारा भी विद्युतीकरण हेतु युद्धस्तर पर कार्य किया गया। इस प्रकार प्रदेश के सभी 75 जनपदों के सभी मजरों और इच्छुक परिवारों का विद्युतीकरण 31 दिसंबर 2018 तक पूर्ण कर लिया गया है।


ऊर्जा मंत्री ने बताया की उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा सभी विद्युत वितरण निगमों को यह निर्देश दिए गए हैं कि माह जनवरी 2019 में विशेष शिविर आयोजित किए जाएं जिसके माध्यम से कुटिया लगाने वाले परिवारों को प्रेरित कर नियमित संयोजन दिए जाएं और यदि कोई अन्य इच्छुक परिवार भी विद्युत संयोजन हेतु आता है तो उसे भी निशुल्क विद्युत संयोजन की सुविधा दी जाए। सभी विद्युत वितरण निगमों ने दिनांक 31 दिसंबर 2018 तक अपने अभिलेखों में अंकित सभी मजरों का विद्युतीकरण कर लिया है। इसके पश्चात भी यदि किसी स्रोत से किसी मजरे के छूट जाने की बात आती है तो उसको भी तत्काल आच्छादित करने के निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने बताया कि 31 जनवरी 2019 तक पूरे प्रदेश में सौभाग्य रथ चलाए जाएंगे जिनके माध्यम से कनेक्शन लेने के इच्छुक व्यक्ति तत्काल कनेक्शन के लिए आवेदन देकर 15 दिनों के अंदर विद्युत कनेक्शन ले पाएंगे।


प्रदेश में अप्रैल 2017 से दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना में तेजी से कार्य करते हुए बड़ी संख्या में विद्युत आपकेटों की थापना की गई है तथा  पूर्व से स्थापित विद्युत उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि तथा नए परिवर्तक लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त यह भी आकलन किया गया है कि आगामी ग्रीष्म ऋतु में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए लगभग 70ए000 से अधिक नए वितरण परिवर्तकों तथा 300 विद्युत उपकेंद्रों की क्षमता वृद्धि की और आवश्यकता है जिसको युद्धस्तर पर माह जनवरी, 2019 में पूर्ण कर लिए जाने के निर्देश विद्युत वितरण निगमों को दे दिए गए हैं। इस क्रम में यह भी उल्लेखनीय है कि प्रदेश में अप्रैल, 2017 से 340 नए विद्युत उपकेंद्रों का उर्जीकरण किया गया है तथा 678 विद्युत उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाई जा चुकी है।


उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड तथा सभी विद्युत वितरण निगम शासन द्वारा निर्धारित रोस्टर के अनुसार प्रदेश के सभी नागरिकों को विद्युत आपूर्ति देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रदेश में विद्युतीकरण हेतु अवशेष सभी परिवारों से यह अपील की जाती है कि वे सौभाग्य योजना का लाभ उठाने के लिए अंतिम अवसर के रूप में माह जनवरी 2019 में लगने वाले शिविरों में आकर निशुल्क विद्युत संयोजन प्राप्त करें। इसके पश्चात विद्युत संयोजन निर्धारित शुल्क जमा करने के उपरांत ही मिलेंगे तथा अवैध रूप से विद्युत का उपभोग करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कानून के अनुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी।


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