पांच लाख का ईंधन बर्बाद जाम में रोजाना

मयूर विहार फ्लाईओवरः घंटों लगने वाले ट्रैफिक जाम की वजह से
आसपास के इलाकों में प्रदूषण भी बढ़ रहा जाम में रोजाना पांच


70 से 80 हजार वाहन रोजाना गुजरते हैं मयूर विहार फेज-1 की क्रासिंग से


15 मिनट औसतन जाम में फंसते हैं यहां से गुजरने वाले वाहन चालक रोजाना


नई दिल्ली, संवाददाता, मयूर विहार फेज-1 क्रासिंग पर बन रहे फ्लाईओवर के चलते लगने वाले जाम से रोजाना करीब पांच लाख रुपये का ईंधन बर्बाद हो रहा है। पूरे दिन यहां से गुजरने वाले वाहनों को औसतन 15 मिनट के ठहराव के साथ गुजरना पड़ता है। ऐसे में धन, ईंधन व समय की बर्बादी के साथ-साथ फ्लाईओवर निर्माण की धीमी गति के कारण भारी मात्रा में प्रदूषण भी बढ़ रहा है। नोएडा से अक्षरधाम मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर वर्ष 2015 से फ्लाईओवर बन रहा है। स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग में परिवहन विभाग के प्रो.डॉ.सेवाराम के मुताबिक, इस रूट पर औसतन रोजाना एक तरफ से 70 हजार वाहन गुजरते हैं। वहीं, सुबह-शाम के समय वाहनों की संख्या बाकी दिन के मुकाबले काफी अधिक होती है। ऐसे में पीक आवर्स में जाम की वजह से औसतन 350 लीटर ईंधन प्रति घंटा बर्बाद होता है। इस हिसाब से पूरे दिन में करीब पांच लाख रुपये का ईंधन यहां बर्बाद हो जाता है।


Traffic Jam


 


उन्होंने बताया कि बीते कुछ वर्षों में दिल्ली में वाहनों की संख्या में 40 % का इजाफा हो गया है। इसके चलते ऐसे बॉटल नेक्स पर प्रदूषण बढ़ने के साथ ईंधन की खपत भी अधिक हो रही है। वहीं, उर्जा विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा ने बताया कि हमारे देश में लगभग 83% ईंधन आयात किया जाता है। ऐसे में बर्बाद होने वाले ईंधन की कीमत विदेशी मुद्रा में आके तो सिर्फ दिल्ली में ही करोड़ों का डीजल रोजाना बर्बाद होता है। उन्होंने बताया कि सड़कों पर मौजूद बाँटल नेक्सको वक्त रहते दूर करने की आवश्यकता है, ताकि धन, ईंधन और समय की बर्बादी कम करने के साथ ही प्रदूषण पर भी लगाम लगाई जा सके।


 


जनता बोली -  पता नहीं इस जाम से कब तक जूझना पड़ेगा। दो साल से दिल्ली-नोएडा के बीच लगातार सफर कर रहा हूं और रोजाना यहां जाम में फंस कर ही ऑफिस जाता है। उम्मीद है जल्द ही इस फ्लाईओवर को जनता के लिए खोल दिया जाएगा।


Mr. Vijay   - विजय, नौकरीपेशा


ऑफिस जाने के लिए मुझे रोजाना घर से आधा घंटा अतिरिक्त समय लेकर निकलना पड़ता हैअगर यहां जाम नहीं लगे तो मुझे कनॉट प्लेस पहुंचने में मश्किल से 30 मिनट का समय लगता है। यहां पलाईओवर के बनने से मुझे बड़ी राहत मिलेगी।


 - समीर गुप्ता, नौकरीपेशा


सांसद ने कहा -  बारापुला फेज-3 फ्लाईओवर के निर्माण में हो रही देरी कोलेकर पीडब्ल्यूडी और मुख्य सचिव को कई बार पत्र लिखा है। मगर, यह कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है। अब उपराज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए निवेदन करूंगा। - महेश गिरी, सांसद, पूर्वी दिल्ली


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