इनकमिंग कॉल होगी महंगी, प्रीपेड ग्राहकों की बढ़ेगी मुश्किलें

नई दिल्ली। टेलीकॉम कंपनियां जल्द ही प्रीपेड़ ग्राहकों को ग्राहकों को झटका देने वाली हैं। वित्तीय संकट झेल रही देश की तमाम सेवा प्रदाता कंपनियां न्यूनतम रिचार्ज की राशि को बढ़ाने की तैयारी में हैं। मौजूदा समय इसकी दर 35 रुपए है, जो बढ़ाकर 75 रुपए की जा सकती हैं। ऐसे में ग्राहकों को मोबाइल पर इनकमिंग चालू रखने के लिए प्रत्येक 28 दिन में यह कीमत चुकानी होगी। इस कारगुजारी पर दूरसंचार नियामक ट्राई छह माह तक रोक लगा सकता है लेकिन अनुमान है कि वित्तीय संकट के मद्देनजर नियामक कंपनियों के खिलाफऐसा कदम नहीं उठाएगा। दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के सीएमडी सुनील भारती मित्तल ने न्यूनतम रिचार्ज की दरें बढ़ाने के संकेत दिए हैं।



उन्होंने कहा कि लंबी अवधि की वैधता के दिन अब लद गए हैं। कभी कंपनियां ग्राहकों को नेटवर्क पर जोड़े रखने के लिए लाइफ टाइम रिचार्ज के ऑफर दिया करती थीं। ग्राहकों को नेटवर्क से जुड़े रहने के लिए कम से कम हर महीने 35 रुपए का रिचार्ज कराना अनिवार्य है, जो आने वाले दिनों में प्रति माह 75 रुपए तक पहुंच जाएगा। दूरसंचार क्षेत्र के सूत्रों की माने तो कंपनियां न्यूनतम रिचार्ज के मुद्दे पर लामबंद हैं।


अब तक कोई शुल्क नहीं लगाया बीएसएनएल ने 


बीएसएनएल ने फिलहाल इनकमिंग जारी रखने पर कोई कदम नहीं उठाया है और न ही शुल्क लगाया है। बीएसएनएल भी वित्तीय संकट झेल रही है पर उसकी सहायता के लिए सरकार खड़ी है। टेलीकॉम विशेषज्ञों के मुताबिक, देश में तीन प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां हैं, जिसमें जियो द्वारा सेवाएं शुरू करने पर नि:शुल्क इनकमिंग जारी रखने को कोई प्लान नहीं पेश किया गयाकंपनियों ने उन नंबरों के लिए न्यूनतम रिचार्ज की व्यवस्था लेकर आई, जो कई साल से निशुल्क इनकमिंग की सुविधा तो ले रहे हैंऔर यदा-कदा भी रिचार्ज नहीं करा रहे हैं।


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