इंसानों के साथ गगनयान 2021 में लॉन्च होगा, पहले जाएंगे रोबोट
नई दिल्ली, भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर बने दुनिया के सबसे हल्के सैटलाइट 'कलाम सैट को इसरो 24 जनवरी को उड़ाएगा। इसे स्पेस साइंस में दिलचस्पी रखनेवाले चेन्नै स्थित बच्चों के एक ग्रुप 'स्पेसकिड्ज' ने तैयार किया है। इसरों के चेयरमैन के, शिवन शुक्रवार को बताया कि इस साल देश की युवा पीढ़ी से जुड़ने के लिए बड़ी पहल की जाएगी। इसके तहत 'यंग साइंटिस्ट्स प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इसके जरिए देश के हर राज्य से तीन युवाओं का चयन किया जाएगा।
उन्हें इसरो के विभिन्न केंद्रों में काम करने का मौका मिलेगा। साथ ही देश के छह संस्थानों में इसरो के केंद्र बनाए जाएंगे। वहां छात्रों को सैटलाइट बनाने से लेकर स्पेस साइंस के क्षेत्र में रिसर्च करने का मौका मिलेगा। कुल 32 मिशन पर काम : सवालों के जवाब ने शिवन ने यह भी बताया कि इसरो इस साल गगनयान समेत 32 मिशन्स को अंजाम देगा। इसके तहत 14 लॉन्च वीइकल्स बनाए जाएंगे और 18 सैटलाइट्स लॉन्च होंगे। इसमें जीसैट-20 का लॉन्च भी शामिल है। इसके लॉन्च होने से देश में इंटरनेट की स्पीड 100 जीबी प्रति सेकंड हो जाएगी। इसके साथ ही निजी क्षेत्र को पीएसएलवी के निर्माण से जोड़ा जाएगा। शिवन ने बताया कि इस साल स्माल सैटलाइट लॉन्च वीइकल्स का भी निर्माण किया जाएगा। ये पांच सौ किलो तक का वजन ले जाने में सक्षम होंगे।
इसरो की 2019 की योजनाओं का ब्यौरा देते हए चेयरमैन शिवन ने कहा कि 'गगनयान' प्रोजेक्ट के लिए अंतरिक्ष यात्रियों के तौर पर वायुसेना के पायलटों को अधिक संख्या में लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गगनयान को इंसानों के साथ दिसंबर 2021 में लॉन्च किया जाएगा। इससे पहले इसे दिसंबर 2020 और जुलाई 2021 में रोबोट के साथ छोड़ा जाएगा। पहले दो परीक्षणों से पता चल जाएगा कि इस मिशन में इंसान को भेजा जा सकता है या नहीं।