खुफिया इनपुट ने दिल्ली पुलिस को चेताया
इधर, आतंकी खतरे के इनपुट को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। दो दिन पहले पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने खुद लाल किले पर पहुंचकर सुरक्षा बंदोबस्तों का जायजा लिया। सूत्रों ने बताया कि इस बार लाल किले के चप्पे-चप्पे पर संदिग्धों की निगरानी रखने के लिए सॉफ्टवेयर से लैस 1,000 सीसीटीवी कैमरे फिट किए गए हैं। बुधवार रात खुफिया ऐजेंसियों ने दिल्ली पुलिस को फिर से अलर्ट पर रहने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक, अलर्ट में कहा है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयब्बा हमले की साजिश रच रहे हैं। इसके अलावा खालिस्तानी आतंकी भी गड़बड़ी फैलाने की फिराक में हैं। इसमें लश्कर-ए-खालसा नाम के संगठन को लेकर चेताया है।
खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अलर्ट में कहा गया है कि आईएसआई इन्हें लॉजिस्टिक मदद देकर धमाके कराना चाहता है। कई नेताओं, बड़े इंस्टिट्यूशन को निशाना बनाया जा सकता है। अलर्ट में जुलाई के हुई जापान के पूर्व पीएम की हत्या का भी जिक्र है। लिहाजा, 15 अगस्त के आयोजन स्थल पर एंट्री के अब तक के सबसे सख्त नियम लागू किए जाएं। सूत्रों के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों ने उदयपुर और अमरावती की घटना का जिक्र करते हुए कहा है कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर कट्टरपंथी समूह और उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए। खासकर खुफिया ऐजेंसी की रिपोर्ट में उन इलाकों पर नजर रखने जो कहा है जहां रोहिंग्या, अफगानिस्तान मूल के लोग रह रहे हैं।