एटीएस को नदीम के मोबाइल फोन की जांच में पीडीएफ डॉक्यूमेंट मिला है जिसका शीर्षक एक्सप्लोसिव कोर्स फिदाए फोर्स था। यह डॉक्यूमेंट उसे पाकिस्तान निवासी सैफुल्ला द्वारा उपलब्ध करवाया गया था। नदीम इसके जरिए ही फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था। नदीम डॉक्यूमेंट में बताया गया सामान जुटा रहा था ताकि वह किसी सरकारी भवन या पुलिस परिसर पर आतंकी हमला कर सके।
अफगानिस्तान व पाकिस्तान में बुलाया जा रहा था ट्रेनिंग के लिए
नदीम को आतंकी संगठनों द्वारा अफगानिस्तान व पकिस्तान में स्पेशल ट्रेनिंग देने के लिए पाकिस्तान बुलाया जा रहा था। वह पाकिस्तान जाने के लिए वीजा बनवाने की तैयारी में था। पाकिस्तान में उसे जैश-ए-मोहम्मद के कैंप में ट्रेनिंग दी जानी थी। एटीएस के मुताबिक नदीम मिस्र के माध्यम से सीरिया एवं अफगानिस्तान जाने की भी योजना बना रहा था।
एटीएस को उसके फोन की पड़ताल और पूछताछ में उसके कई भारतीय संपर्कों के बारे में जानकारी मिली है। जो उसे फंडिंग व अन्य तरह की मदद कर रहे थे या फिर लगातार उसके संपर्क में थे। उनकी तलाश की जा रही है। जिसके बाद उसने इन संगठनों के आतंकवादियों को लगभग 30 से अधिक वर्चुअल नंबर, वर्चुअल सोशल मीडिया आईडी बनाकर दिए थे। नदीम के खिलाफ एटीएस के गोमतीनगर स्थित थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। उसके पास से एक मोबाइल फोन, दो सिम, विभिन्न प्रकार का आतंकी साहित्य, आईईडी और बम बनाने का कोर्स से संबंधित कागजात बरामद हुए हैं।
एक सप्ताह के अंदर दूसरी बड़ी गिरफ्तारी
स्वतंत्रता दिवस और आजादी के अमृत महोत्सव के बीच एक सप्ताह के अंदर यूपी से आतंकी गतिविधियों को लेकर ये दूसरी बड़ी गिरफ्तारी है। इससे पहले एटीएस ने मंगलवार को आजमगढ़ से आईएस आतंकी सबाउद्दीन को गिरफ्तार किया था। आजादी के अमृत महोत्सव, स्वतंत्रता दिवस और महत्वपूर्ण पर्वों को ध्यान में रखते हुए पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। करीब 152 कंपनी पीएसी और 11 कंपनी केंद्रीय बलों की लगाई गई हैं।