प्योंगयांग. पिछले करीब दो महीने से उत्तर कोरिया कोरना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है. अब खबर है कि इस देश को एक और बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया है. कई इलाकों में बड़े पैमाने पर ये बीमारी फैल रही है. लिहाजा कहा जा रहा है कि यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था पर दवाब बढ़ गया है.
वहां के सरकारी मीडिया केसीएनए के मुताबिक उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने बुधवार को पश्चिमी बंदरगाह शहर हेजू में पीड़ित रोगियों की मदद करने के लिए दवाएं भेजीं. इस बीमारी से कितने लोग प्रभावित हैं इसकी संख्या की फिलहाल कोई जानकारी नहीं है. लेकिन कहा जा रहा है कि ये बीमारी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट से जुड़े हैं. यानी ये पाचन संबधी बीमारियां है.
किम जोंग की बढ़ी टेंशन
केसीएनए ने मुताबिक किम जोंग उन ने महामारी को जल्द से जल्द रोकने की आवश्यकता पर बल दिया है. ऐसे में उन्होंने संदिग्ध मरीजों को तुरंत क्वारंटीन करने का आदेश दिया है. बता दें कि उत्तर कोरिया में पिछले महीने ही कोरोना के चलते इमरजेंसी का ऐलान किया गया था. देश में कोरोना से लड़ने के लिए पहले से ही दवा और वैक्सीन की भारी किल्लत है.
लगातार बढ़ रही है मरीजों की संख्या
उत्तर कोरिया ने गुरुवार को बुखार के लक्षणों वाले 26,010 और लोगों की सूचना दी. अप्रैल के अंत से देश भर में बुखार के रोगियों की कुल संख्या 4.56 मिलियन के करीब दर्ज की गई. जबकि इसके चलते अब तक 73 लोगों की मौत हो गई है.
कोरोना का हाल
प्योंगयांग हर रोज़ बुखार के रोगियों की संख्या की घोषणा कर रहा है, न कि कोविड से पीड़ित लोगों की. कहा जा रहा है कि यहां कोरोना टेस्ट किट की भारी कमी है. विशेषज्ञों को सरकार द्वारा नियंत्रित मीडिया के माध्यम से जारी किए गए आंकड़ों में कम रिपोर्टिंग का भी संदेह है. उत्तर ने कहा है कि कोरोना की लहर कम हो रही है. लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस महीने की शुरुआत में प्योंगयांग के दावों पर संदेह जताते हुए कहा था कि वहां हालात खराब हो रहे हैं.
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Tags: North Korea
FIRST PUBLISHED : June 16, 2022, 08:31 IST
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